“NPS Vatsalya” एक नई और महत्वपूर्ण पेंशन योजना है, जिसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 18 सितंबर को लॉन्च करेंगी।
NPS Vatsalya का उद्देश्य
– बच्चों का वित्तीय भविष्य: यह पहल बच्चों की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई है, जिससे उन्हें बेहतर जीवन और शिक्षा के अवसर मिल सकें।
– सरकार की पेंशन प्रणाली में योगदान: NPS Vatsalya भारत की पेंशन प्रणाली में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो विशेष रूप से बच्चों के लिए डिजाइन की गई है।
योजना की मुख्य विशेषताएँ
– कम निवेश से शुरुआत: माता-पिता इस योजना में सिर्फ ₹1000 सालाना निवेश करके अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं।
– नाबालिगों के लिए विशेष प्रावधान: माता-पिता या कानूनी अभिभावक अपने नाबालिग बच्चों के नाम पर निवेश कर सकते हैं।
– PRAN कार्ड जारी: योजना के तहत नाबालिग सब्सक्राइबर को Permanent Retirement Account Number (PRAN) कार्ड भी प्रदान किया जाएगा।
योजना की प्रक्रिया
– ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: वित्त मंत्री इस मौके पर एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उद्घाटन करेंगी, जिसके माध्यम से माता-पिता आसानी से रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।
– निवेश का परिवर्तन: जब नाबालिग वयस्क हो जाए, तो यह योजना सामान्य NPS खाते में परिवर्तित की जा सकती है।
NPS Vatsalya की संरचना
NPS Vatsalya मार्केट लिंक्ड स्कीम
– नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) एक कंट्रीब्यूटरी पेंशन स्कीम है, जो रिटायरमेंट के बाद की आमदनी को सुनिश्चित करती है।
– पहले यह योजना केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए थी, लेकिन 2009 से प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए भी उपलब्ध है।
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NPS Vatsalya निवेश के तरीके
– टियर-1 और टियर-2 खाते:
– टियर-1: यह एक रिटायरमेंट अकाउंट है, जिसमें निवेश के लिए कम से कम ₹500 की आवश्यकता होती है।
– टियर-2: यह एक वॉलंटरी अकाउंट है, जिसमें माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों के नाम पर अतिरिक्त निवेश कर सकते हैं।
पात्रता: - सभी नाबालिग नागरिक (उम्र 18 वर्ष तक)। संचालन: - खाता नाबालिग के नाम पर खोला जाएगा और इसकी संचालन जिम्मेदारी अभिभावक की होगी। - नाबालिग खाता का एकमात्र लाभार्थी होगा। खाता खोलने का स्थान: - NPS वात्सल्य खाता प्रमुख बैंकों, इंडिया पोस्ट, पेंशन फंड आदि जैसे पॉइंट्स ऑफ प्रेजेंस (POPs) के माध्यम से खोला जा सकता है। - ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (e-NPS) Official Website पर भी खाता खोला जा सकता है। आवश्यक दस्तावेज: - अभिभावक की KYC: पहचान और पते का प्रमाण (आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, वोटर आईडी, NREGA नौकरी कार्ड, राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर)। - नाबालिग का जन्म प्रमाण: जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र, मैट्रिकुलेशन प्रमाण पत्र, PAN, पासपोर्ट। - यदि अभिभावक NRI है, तो नाबालिग का NRE/NRO बैंक खाता (एकल या संयुक्त)। योगदान: - खोलने के लिए योगदान: न्यूनतम ₹1,000 और कोई अधिकतम सीमा नहीं। - पश्चात योगदान: न्यूनतम ₹1,000 प्रति वर्ष और कोई अधिकतम सीमा नहीं। पेंशन फंड चयन: - अभिभावक PFRDA के साथ पंजीकृत किसी एक पेंशन फंड का चयन कर सकते हैं। निवेश विकल्प: - डिफॉल्ट विकल्प: माडरेट लाइफ साइकल फंड - LC-50 (50% इक्विटी)। - ऑटो विकल्प: अभिभावक लाइफ साइकल फंड - एग्रीसिव - LC-75 (75% इक्विटी), माडरेट LC-50 (50% इक्विटी), या कंजर्वेटिव LC-25 (25% इक्विटी) चुन सकते हैं। - एक्टिव विकल्प: अभिभावक सक्रिय रूप से इक्विटी (75% तक), कॉर्पोरेट डेब्ट (100% तक), सरकारी प्रतिभूतियाँ (100% तक), और वैकल्पिक संपत्ति (5% तक) के बीच फंड आवंटन का निर्णय ले सकते हैं।
NPS Vatsalya निवेश की रणनीति
– वार्षिक योगदान: हर वित्तीय वर्ष में माता-पिता को अपने बच्चों के नाम पर निवेश करना अनिवार्य है।
– रिटायरमेंट पर निकासी: एनपीएस में जमा रकम का 60% भाग रिटायरमेंट के समय एकमुश्त निकाला जा सकता है, जबकि 40% पेंशन योजना में चला जाता है।
– कोई अधिकतम सीमा नहीं: एनपीएस में निवेश की कोई सीमा नहीं होती, जिससे माता-पिता अपनी सुविधानुसार राशि निवेश कर सकते हैं।
दीर्घकालिक लाभ
– लॉन्ग टर्म वेल्थ निर्माण: NPS Vatsalya योजना माता-पिता को न केवल अपने बच्चों के भविष्य के लिए निवेश करने की सुविधा देती है, बल्कि उन्हें दीर्घकालिक संपत्ति बनाने का भी अवसर प्रदान करती है।
– वित्तीय सुरक्षा: इस योजना के माध्यम से माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर सकते हैं, जिससे उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, और अन्य आवश्यकताओं के लिए वित्तीय सहायता मिल सकेगी।
NPS Vatsalya न केवल एक पेंशन योजना है, बल्कि यह माता-पिता को अपने बच्चों के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित करने का एक अनूठा अवसर भी प्रदान करती है। 18 सितंबर को इसका लॉन्च एक नए युग की शुरुआत करेगा, जहां माता-पिता अपने बच्चों की वित्तीय सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा सकेंगे।
इस योजना के तहत माता-पिता की जिम्मेदारी सिर्फ निवेश करना नहीं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य के प्रति एक सशक्त दृष्टिकोण अपनाना भी है। इस प्रकार, NPS Vatsalya बच्चों के वित्तीय भविष्य को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।